Trimbak Mukut

Panditji in Trimbakeshwar Shiva Temple

"Thanks for having our services. we help you to fullfill spritual need "
trimbak Mukut
Pandit ji Profile
Id Code : IKZ
Name: Shashank Joshi
Age: 45 Years
Experience: 30 Years
PUJA OFFER
  1. Narayan Nagbali
  2. Tripindi Shradh
  3. Kaal Sarp Yog
  4. Kumbh Vivah
  5. Mahamritunjay Jaap
  6. Rudra Abhisheka

I am tamrapatradhari panditji. I am the holder of tamparpatra. Tamprapatra is ancient scripture which provides panditji purohit official right to perfome pujas in Trimbakehswar. I am official member of purohit sangh and have birth right as I belong from precious legacy of purohits from ages. Surely, I am authentic source where you can perform your poojas authentically and by proper spiritual tradition. Tamrpatra holds the special position as it provides authencation and certification to purohits of trimbakehswar temple. May lord shiva bless you!

कालसर्प 'दोष' नहीं है; कालसर्प 'योग' है| मात्र कुंडली में किसी भी प्रकार के कालसर्प योग बनते हैं तो उससे यह दोष नजर आते हैं इसीलिए कालसर्प योग निवारण कहलाते हैं |

कालसर्प पूजन एक दिन का विधान है।

 कालसर्प योग है मात्र इस योग के नुसार कुंडली के दोष पाए है

 कुंडली में कालसर्प पूजन के संपूर्ण बारा प्रकार के होते है।

कालसर्प योग के नाम इस प्रकार

१- अनंत कालसर्प योग

२- कुलिक कालसर्प योग

३- वासुकी कालसर्प योग

४- शंखपाल कालसर्प योग

५- शेषनाग कालसर्प योग

६- शंखपद्म कालसर्प योग

७- महापद्म कालसर्प योग

८- कर्कटक कालसर्प योग

९- तक्षक कालसर्प योग

१०-शंखनाद कालसर्प योग

११-पातक कालसर्प योग

१२-विषाक्ता कालसर्प योग 

ऊपर दिए गए 12 प्रकार में कालसर्प के कारण कालसर्प वाले व्यक्ति गुस्सा जल्दी आना अथवा प्रीति काम में सफलता नहीं मिलना अथवा education होने में परेशानी अथवा शादी में रुकावट आना 

शादी जल्दी ना होना

अथवा साथीदार में हमेशा अनबन रहना अथवा संतान जल्दी ना होना अथवा संतान को कालसर्प योग होना यह संपूर्ण दोष कालसर्प के होते हैं यह दोष निवारण करने के लिए एकदम स्थान विश्वसनीय श्री क्षेत्र त्रंबकेश्वर पर यह पूजन सदियों से यहां त्रंबकेश्वर पर किया जाता है

यहां पर कालसर्प पूजन करने से पूर्व कुशवर्ता कुंड घाट पर स्नान अथवा हाथ मुंह पैर धो कर फिर यह कार्य संपन्न कराए।

 यहां त्रंबकेश्वर पर करने का कारण मुख्य ब्रह्मा विष्णु रूद्र यह तीनों देवता यहां होने के कारण यह पूजन त्रंबकेश्वर स्थान पर गंगा गोदावरी सीमा मर्यादा तक किया जाता है यहां हम लोग पुरातन काल से हमारे पिता दादा परदादा हमारे यहां पर 10 वीं पीढ़ी से हम यहां कार्य करवा रहे हैं कालसर्प पूजन के लिए नए वस्त्रों को परिधान करके यह पूजा संपन्न कराया जाता है| आप की कामना शीघ्र पूर्ण होगी।

कालसर्प पूजन के लिए सामग्री संपूर्ण पंडित जी के यहां पर उपलब्ध होगी आपको सिर्फ पूजा दक्षिणा देना है।

आठ तांबे के कलश।

सात तांबे के छोटीप्लेट।

पचास तक सुपारी।

तिन किलो गेहूं।

एक किलो चावल।

राहु केतु चांदी में नवनाग चांदी में एक सुवर्ण नाग प्रतिमा सोने का नाग। यह संपूर्ण सामग्री दान के स्वरूप में देनी होती है इसीलिए आप हो सके तो राहु केतु अर्थात कालसर्प दोष संपूर्ण निवारण के हेतु एक सुवर्ण नाग प्रतिमा लाना है पूजन के बाद पंडित जी को दान के स्वरूप में देना है। 

त्रंबकेश्वर पर आप पहुंचने के बाद कृपया पहले फोन करें।

पंडित जी के घर पर पहुंचने में कोई समस्या अथवा दुविधा ना हो इस कारण पहले फोन करें। 

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sachin gaire, mumbai
Date : 20 Aug 2022
Narayan nagbali and Tripindi shradh vidhi at trimbakeshwar.

We performed Narayan Nagbali and Tripindi Shradh rituals at Trimbakeshwar. The puja had been well managed by Shri Shashank Joshi Guruji. They explained to us on the very first day why Pitrudosh arises. In Trimbakeshwar, why should this puja be performed? There is much more to be explained about it. Worship lasted for three days. The positive energy was generated, and it was satisfying. As he performed all the rituals, his mastery of traditional Sanskrit was evident. His speciality was clear pronunciation and semantic mantra. It was noted that in addition to his shradh work, he was also involved in social enlightenment.

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